मंदिर की दानपेटी से निकले 100 रुपए के नोट को देख महंत जी को आया पसीना, पुलिस को अब उस खतरनाक दानी सज्जन की तलाश
दुनिया में धर्म-कर्म करने वालों की कमी नहीं है। किसी भी मंदिर की दानपेटी का ताला खोल लीजिए, अंदर से भरपूर माया निकलेगी। यह अलग बात है कि एक-दो रुपए के सिक्के ज्यादा होंगे, पर कुछ दानी सज्जन 100 रुपए या इससे ज्यादा बड़े नोट भी मंदिर की गुल्लक में डाल जाते हैं। हाल ही में एक मंदिर की दानपेटी से 100 रुपए का नोट ऐसा भी निकला, जिसने सबको चौंका दिया। इतना ही नहीं, पुजारी की तो डर के मारे सांसें ही गले में अटक गई। आनन-फानन में मामला पुलिस के पास भी पहुंच गया तो अब पुलिस इस खतरनाक दानी सज्जन की तलाश में जुटी है।
मामला पंजाब के अमृतसर जिले में घनूपुर काले (छेहर्टा) स्थित श्री रामबाला जी धाम का है। काले गांव निवासी दीपक ने बताया कि वह कई बरस से मंदिर की सेवा कर रहे हैं। गुरुवार रात को उन्होंने मंदिर की दानपेटी खोली थी। जब उन्होंने भक्तों द्वारा चढ़ाए गए पैसे की गिनती शुरू की तो उसमें 100 रुपए एक पाकिस्तानी नोट दिखाई दिया। इस नोट पर मंदिर के महंत श्री-श्री 1008 महामंडलेश्वर अश्नील जी महाराज के नाम पंजाबी भाषा में धमकी लिखी है, ‘बाबा अश्नील तुमने बड़ी माया इकट्ठी की है, हमें पता है। हमें माया की बड़ी जरूरत है। तेरे घर से लेकर तेरे मंदिर तक किसी ने भी तुम्हें बचाने नहीं आना। तुझे जल्द पता लग जाएगा। 5 लाख रुपए तैयार रख’। अब सेवादार पुलिस कमिश्नर अरुणपाल सिंह और छेहर्टा थाने की पुलिस को फोन पर मामले की जानकारी दे दी है।
इस मामले में एक खास बात यह भी है कि बाबा अश्नील मंदिर के महंत होने के साथ-साथ पंजाब पुलिस के अफसर भी हैं। वह अमृतसर रूरल में एक सीनियर अधिकारी के रीडर हैं। वहीं इससे पहले 29 जुलाई को भी उन्हें धमकी दी जा चुकी है। तब मंदिर से एक नोट बरामद हुआ था, जिस पर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। बाबा ने इसकी शिकायत पुलिस को दी और पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया। इसके बाद बाबा को फिर से शिकायत वापस लेने की धमकियां दी जाने लगी थी। हालांकि कोई गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इस मामले को लेकर मंदिर के सेवादारों का आरोप है कि पुलिस इसे लेकर लापरवाह है। उन्होंने देश के पीएम नरेंद्र मोदी से इंसाफ की गुहार लगाई है।
Get Hindi News Latest and Breaking News For Punjab, Haryana, Himachal Pradesh, Delhi etc.